होली के रंग, राशियों के संग
होली पर विशेष
-- एम. कृष्णाराव राज (मीडिया एंटरटेनमेंट फीचर्स)
रंग सबसे बड़े मूड्स लिफ्टर होते हैं। ऐसे में अगर होली राशियों के अनुकूल रंगों से खेली जाए तो यह सोने पे सुहागा वाली बात होगी। होली के पावन अवसर पर ‘मीडिया केयर ग्रुप’ की इस विशेष प्रस्तुति में आइए जानें होली वाले दिन किस राशि के जातक को किस रंग से रंगें:-
मेष
इस राशि के जातकों के लिए गुलाबी, भूरा और मैरून रंग होली खेलने के लिए सबसे उत्तम हैं। गुलाबी रंग हमारी भावनाओं को सक्रिय करता है। इसे प्रेम का प्रतीक माना जाता है, साथ ही यह रंग आजादी, खुशी, रचनात्मकता और भरपूर ऊर्जा का भी प्रतीक है। इसलिए गुलाबी रंग अधिकांश लोगों को पसंद आता है। रंग-मनोविज्ञान की समझ रखने वालों के मुताबिक दोस्तों, प्रेमी-प्रेमिकाओं के साथ होली खेलते समय इस रंग को तरजीह देनी चाहिए, भले ही वे मेष राशि के न हों।
वृष
इस राशि के लिए शुभ रंग है भूरा, पीला, क्रीम और काला। हालांकि काले रंग को हिन्दू संस्कृति में शुभ नहीं माना जाता लेकिन बिना काले रंग के रंगों की महफिल ही नहीं सजती। काला रंग अधिकार, ऊर्जा, औपचारिकता और समर्पण की भावना को भी दर्शाता है। यही कारण है कि इस रंग की होली में धूम रहती है। मगर वृष राशि वाले आमतौर पर होली खेलने में संकोच करते हैं लेकिन एक बार शुरू हो जाएं तो रंग जमा देते हैं।
मिथुन
इस राशि का मुख्य रंग है नीला मगर क्रीम और गुलाबी भी उन्हें लाभ देता है। मिथुन राशि के लोगों को नीला रंग मानसिक शांति देता है। नीला रंग एकता, शांति, ठंडक, वफादारी और सतर्कता का भी प्रतीक है। मिथुन राशि के अलावा दूसरी राशि के लोग भी इसे इस्तेमाल कर सकते हैं।
कर्क
इस राशि के जातक समय का अपने हित में बेहतर इस्तेमाल करने वाले होते हैं। उनकी यह आदत होली का आनंद उठाते समय भी बनी रहती है, इसलिए ये ऐसा कोई भी भड़कीला रंग नहीं चुनते। इनके लिए शुभ रंगों में मुख्य है हरा और दूसरे स्थान पर आता है नीला। हरा संतुलित रंग है, यह आंखों को सुकून देता है क्योंकि यह प्रकृति का रंग है। यह मानसिक ही नहीं, शारीरिक रूप से भी लाभकारी रंग है, जहां तक इस रंग की शख्सियतों के मनोविज्ञान की बात है तो हरा रंग पसंद करने वाले आत्मसंयमी, ताजगी पसंद, भावुक और सुरक्षा को पसंद करने वाले होते हैं।
सिंह
इस राशि के जातक होली खेलते समय पीले रंग को प्राथमिकता दें। पीला रंग खुशी, चतुराई और दोस्ती का रंग है। इससे हमारे विचारों में प्रखरता आती है और मन में सतर्कता बढ़ती है। पीला रंग भरोसा देता है। सिंह राशि के लोग नई चीजों से बड़ी सहजता से सामंजस्य बैठा लेते हैं और अपने व्यवहार में लचीलापन दर्शाते हैं। ये किसी के साथ भी सहजता से होली खेल लेते हैं।
कन्या
इस राशि के जातक को होली खेलते समय लाल रंग को प्रमुखता देनी चाहिए। लाल रंग जीवंतता का प्रतीक है। यह उल्लास और आत्मविश्वास को दर्शाता है। हालांकि यह गुस्से और आक्रामकता का भाव भी लिए रहता है मगर होली की मस्ती में यह रंग हमारी प्रतिरोधक क्षमता का सबूत होता है।
तुला
इस राशि के जातकों को नारंगी रंग को होली खेलनी में प्राथमिकता देनी चाहिए क्योंकि उनका प्रमुख शुभ रंग यही है। नारंगी रंग भी हमारी भावनाओं को सक्रिय करता है और समाज में हमारे मान-सम्मान को बढ़ाने वाला होता है। खुशी और ऊर्जा इसके सहज नतीजे होते हैं।
वृश्चिक
इस राशि से संबंधित लोगों को चॉकलेटी भूरे रंग को प्राथमिकता देनी चाहिए। यह त्याग और कला का रंग है। वृश्चिक राशि वाले अपने प्रियजनों के लिए त्याग करने में सबसे आगे रहते हैं। होली खेलते समय भी ये इस स्वभाव को दर्शाते हैं।
धनु
इस राशि के जातकों को ग्रे रंग और नीले रंग को प्राथमिकता देनी चाहिए। दरअसल धनु राशि वाले क्षमताओं से परिपूर्ण होते हैं लेकिन वे समय पर अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन नहीं कर पाते। इसलिए कुछ लोगों की नजरों में वे पीछे चलने वाले साबित होते हैं जबकि ऐसा नहीं है। वे अच्छे दोस्त होते हैं। खुशी को गहराई से एन्ज्वॉय करते हैं। इसलिए होली इनके लिए खास मायने रखती हैं।
मकर
इस राशि के जातकों को स्वाभाविक बुद्धिमान माना जाता है। इनका शुभ रंग है गुलाबी, ग्रे और बैंगनी मगर बैंगनी रंग को इन्हें अपने प्रमुख रंग के रूप में लेना चाहिए, खासतौर पर होली खेलते समय ये आध्यात्मिक पसंद होते हैं। इसलिए बैंगनी रंग से होली खेलते हुए ये अभिभूत रहते हैं।
कुंभ
इस राशि के तीन शुभ रंग हैं क्रीम, लाल और नीला। इन्हें छूट होती है कि ये तीनों में से किसी को भी प्राथमिकता दें क्योंकि इनके लिए तीनों रंगों का समान महत्व है। कुंभ राशि वाले अपनी मनपसंद राह से ही आगे बढ़ते हैं और दुनिया कुछ भी कहे, वो जिसे अपने लिए अच्छा मानते हैं, उससे कोई समझौता नहीं करते, इसीलिए इनके लिए सभी तीनों रंगों का एक सा महत्व है।
मीन
इस राशि के जातकों के लिए शुभ रंग है गहरा लाल, हल्का क्रीम, मैरून, गुलाबी और सफेद। आमतौर पर होली के धमाल के समय सफेद रंग गायब हो जाता है मगर यदि रंगों के मनोविज्ञान के नजरिये से देखें तो सफेद रंग बहुत महत्वपूर्ण है। यह स्वच्छता, शांति, सरलता और भोलेपन का प्रतीक रंग है। मीन राशि वाले आमतौर पर ऐसे ही होते हैं। यही वजह है कि इनसे हर कोई होली खेलना चाहता है और ये किसी का भी दिल नहीं दुखाते। (मीडिया एंटरटेनमेंट फीचर्स)
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