जीव-जंतुओं की अनोखी दुनिया-48-1
- योगेश कुमार गोयल (मीडिया केयर नेटवर्क)
स्तनधारी होने पर भी अण्डे देता है ‘एकिड्ना’
‘एकिड्ना’ साही जैसा एक कांटेदार प्राणी है लेकिन इसके कांटेदार शरीर के अलावा भी इसकी एक और बड़ी विशेषता यह है कि यह दुनियाभर में पाए जाने तमाम स्तनपायी प्रजाति के जीवों में से उन दो प्रजाति के जीवों में शामिल है, जो स्तनपायी होने के बावजूद अण्डे देते हैं। अण्डे देने वाले ये दोनों स्तनपायी जीव आस्ट्रेलिया के न्यू गिनी क्षेत्र में ही पाए जाते हैं। अण्डे देने वाले ये दोनों स्तनपायी जीव हैं:- प्लैटीपस तथा एकिड्ना। मादा एकिड्ना सालभर में सिर्फ एक ही अंडा देती है। यह अंडा उसके पेट पर बनी थैली में रहता है। जब नर और मादा एकिड्ना का शारीरिक मिलन होता है, उसी समय यह थैली मादा एकिड्ना के पेट पर बन जाती है और शिशु कई हफ्तों तक इसी थैली में रहकर थैली में बनी ग्रंथियों से रिसने वाला दूध पीकर बड़ा होता है। एक व्यस्क एकिड्ना की लम्बाई करीब एक फुट तक होती है जबकि उसका वजन 4 से 10 किलो के बीच होता है। चूंकि एकिड्ना का शरीर भी साही की ही भांति नुकीले कांटों से भरा होता है और यह अपनी लंबी तथा चिपचिपी जीभ से कीड़े-मकौड़े पकड़-पकड़कर खाता है, इसीलिए इसे ‘कंटीला कीटभक्षी’ भी कहा जाता है। (एम सी एन)
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